परिचय
डिजिडल फाइनेंशियल सर्विसेज नई टेक्नोलॉजी: जैसे —इंटरनेट या मोबाइल फोन के माध्यम से फाइनेंस की बेसिक सर्विसेज को आम जनता तक पहुंचती है और नए डिजिटल चैनल के माध्यम से रूपोंयो को ट्रांसफर करती है
ये चैनल्स कस्टमर और सर्विस प्रोवाइडर के खर्च को कम करते हैं तथा 156 दिनों और 24 घण्टे सर्विस देने के लिए रास्ते खोलते हैं। आज की दुनिया में सब कुछ डिजिटल, जिसका अर्थ है की हम मोबाइल फोन कम्प्यूटर, टैबलेट आदि के माध्यम से डिजिटल माध्यम से प्रत्येक सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।कम्प्यूटर ओर स्मार्ट फोन के आविष्कार ने वित्तीय सेवाओं पर एक बड़ा प्रभाव पैदा किया है। आज कम्प्यूटर और मोबाइल फोन का उपयोग करते हुए कोई व्यक्ति अपने बैंक खाते तक पहुंच सकता है, खाता विवरण सत्यापित कर सकता है धनराशि जमा कर सकता है, नकदी जमा कर सकता है, बिलों का भुगतान कर सकता है, टिकट बुक कर सकता है आदि। इसके अलावा एटीएम के आविष्कार ने पसे निकालने एवं जमा करने का समय काम कर दिया डिजिटल सेवाएं अकाल स्पर्श में सेवाएं प्रदान करके समय बचानेम मदद करती है
Seving की आवश्यकता क्यों है
हमारे भविष्य की जरूरतों के लिए इमरजेंसी में और बड़े खर्चों को पूरा करने में Seving eving सहायता करती हैं।
इमरजेंसीज
प्रत्येक व्यक्ति के लिए सेविंग सबसे Priority में होना चाहिए, यह आपको अनचाही इमरजेंसीज का सामना आसानी से करने में मदद करती हैं। जैसे कि—
- इमरजेंसी फण्ड आपको न केवल धन उपलब्ध करता है, पब्लिक मन को शांति भी देता है
- अचानक आने वाले एक्सपेंसस : जैसे —बीमारियां, एक्सीडेंट, कमाने वाले व्यक्ति की मौत, आग लगाना, बाढ़ आना आदि ।
- जॉब कहां चले जाना या अचानक इनकम बंद हो जाना
- यह आपको किसी से उधार लेने से बचता है
भविष्य की जरूरतें
हम इसलिए सेविंग करते हैं, क्योंकि हम भविष्य नहीं देख सकते हैं निम्नलिखित कुछ कारण है जिनकी वजह से हम सेविंग करते हैं—
- कुछ ऐसी वस्तुओं को खरीदना जिन्हें रेगुलर इनकम से नई लिया जा सकता है।
- बुढ़ापे के दिनों में जरूरत को पूरा करने में मदद करती हैं। , क्योंकि तब व्यक्ति कमाई करने लायक है ।नहीं रहता
- प्रतिवर्ष एजुकेशन पर खर्च बढ़ता जा रहा है। और यह। अपने पारिवारिक सदस्यों को अच्छी एजुकेशन देने में मदद करती हैं।
- नए व्यवसाय को शुरू करना, अपना घर खरीदना।
- रिटायरमेण्ट के बाद अचानक आने वाले खर्च
- भविष्य में जब इनकम कम और खर्च ज्यादा हों जाता है।
बड़े एक्सपेंस
अक्सर बड़े एक्सपेंसस अनुचित समय पर आते हैं, जो निम्नलिखित है
- फैमिली मेम्बर कि देश या विदेश में पढ़ाई के लिए योजना बनाना।
- शादी के लिए योजना बनाना योजना बनाना
- घर ख़रीदना
- व्यवसाय शुरू करना
बैंक की जरूरत क्यों है
बैंक एक फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन है, जो अपने द्वारा किए गए ट्रांजेक्शन में इंटरमीडिएट का रोल अदा करता है। और रुपयो कि सुरक्षा तथा मनी लैंडिंग संबंधित सर्विस प्रदान करता है यह सरकार की सहमति से बनी एक आँर्गेनाइजेशन होती हैं, जोकि कैश डिपाँजिट इण्टरनेस्ट pay करना तथा किसी व्यक्ति की जरूरत की सभी फाइनेंशियल सर्विसेज प्रदान करना है।
बैक निम्नलिखित सर्विस प्रदान करता है—
- रुपयों की सेफ्टी।
- Seving की आदत को बढ़ावा देता है ।
- इण्टरनेस्ट प्रदान करना।
- चेक /डमांड ड्राफ्ट के माध्यम से पेमेण्ट कारना।
- लोन –होम/ बिजनेस/व्हीकल।
- चित फण्ड तथा साहूकार के रिस्क को समाप्त करना
- ऑनलाइन बैंकिंग
- बैंक लाकर्स देना
- क्रेडिट/डेबिट कर्ड इश्यू करना।
डिजिटल फाइनेंशियल टूल्स
ग्राहक जानना चाहते हैं कि वे कहाँ हैं और उनकी सपत्ति के साथ क्या हो रहा है। वे किसी भी समय सूचना तक तत्काल पहुंच चाहते हैं। डिजिटल वित्तीय साधनों का विकास जो एक तरफ मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है जो हमारे उपयोग का है। इस मामले में ग्राहक को किसी भी बैंक में जाने की जरूरत नहीं है। नीचे दिए गए विषयों पर एक नजर डालिए—
OTP क्या
OTP एक प्रकार का सुरक्षा कोड (पासवर्ड) है। जिसके द्वारा यूजर को वैध प्रमाणित कियाहै।जाता है यह पासवर्ड केवल एक बार ही इस्तेमाल हो सकता है, इसलिए इसमें एक बार में एक Log in Session और भुगतान का प्रमाणीकरण हो सकता है। OTP पूरा नाम One Taime Password’ है, लेकिन इसे One Taime Pin के नाम से भी जाना जाता है। पारम्परिक पासवर्ड आधारित की आँथेणिटकेशन की तुलना में OTP तेज तथा सुरक्षित हैं और विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए OTP द्वारा 2– Step Authentication किया जाता हैं। यह तरीका यूजर तथा संस्था दोनों के लिए एक –दूसरे को जाँचने का बेहतरीन साधन है।
यह पासवर्ड सिस्टम द्वारा ऑटोमैटिक जेनेट होता हैं जो संख्या, शब्द विशेष चिन्ह आदि की एक 4-8वर्षों की विशेष श्रृंखला होती है। यह विशेष श्रृंखला 10 सेकंड से 30 मिनट तक मान्य रह सकती है। इसके बाद यह अवैध हो जाती है और इससे यूजर का प्रमाणीकरण नहीं किया जा सकता है।यूजर का प्रमाणीकरण करने के लिए OTP को यूजर के पास ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों तरीकों से भेजा जाता है। डिजिटल रुप में SMS e-Mail Messenger का उपयोग होता हैंऔर ऑफलाइन के लिए यूजर के पते पर कागज पर छापकर डाक द्वारा भेजा जाता है।
QR code क्या है?
- QR Code के मशीन –पठनीय ऑप्टिकल बारकोड होता है, जिसमें किसी विशेष ltem से सम्बंधित जानकारी जुड़ी रहती हैं।यह जानकारी Hypertex के रूप में हो सकती है, जिसे बारकोड रीडर द्वारा पढ़ा जाता है।QR Code का पूरा नाम Quick Response Code होता हैं। और यह मानक UPC बारकोड से तेज पठनीय तथा ज्यादा मैमोरी क्षमता का होता है। इसी कारण यह अन्य बारकोड से अधिक लोकप्रिय और दुनिया भर में इस्तेमाल होता है।
- इस बार कोड रीडर में किसी Locator(URLs),ldentifir(Person और Tracker (के प्रकार का कोड ) काडाटा छिपा रहता है।,जो किसी वेबसाइड या फिर मोबाइल एप्लिकेशन को खोजता है।QR Code में जानकारी Encode करने के लिए मानक कूट तत्वों का ही उपयोग किया जाता है।इन मानक तत्वों में Number (1,2,3………) Alphanumeric (a, b, c, 4, 6, #,$….)Byte/Binary. तथा Kanji ) चीनी लेखन के वर्ण जिन्हें जापान में इस्तेमाल किया जाता हैं ) शामिल होते हैं।
UPI (यूनिफाइड पेमेंट इन्टरफेस )
UPI एक रियल टाइम पेमेंट सिस्टम है, जो Immediate Payment Service (IMPS) तकनीक पर आधारित है।यह IMPS के ऊपर एक अतिरिक्त लेयर है। जो नगद रहित बैंकिंग तथा अन्य वित्तीय ट्रांजेक्शन करने की सहूलियत प्रदान करता है। UPI द्वारा दो बैंक अकाउंट के बीच तुरंत मनी ट्रांसफर की जा सकती है। और यह काम बैंक अकाउंट की जानकारी दर्ज किए बिना पूरा हो जाता है, जिसके लिए यूजर को केवल एक Virtual Payment Address (VPI) की जरूरत पड़ती है।UPI की फुल फॉर्म Unified Payment Interface होती हैं।इस प्रोजेक्ट को नेशनल पेमेंट्स काँपोरेशन आँफ इंडिया ( NPCI ) तथा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा 11 अप्रैल, 2016 को एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था
UPI की विशेषताएँ
- वर्ष के 365 दिन 24*7 तुरंत मनी ट्रांसफर को सुविधा।
- सभी बकों के लिए केवल एक ही एप्लीकेशन की जरूरत।
- Virtual Address जिसमें सुरक्षा और आसानी होती है तथा बार-बार अकाउंट होल्डर की जानकारी टाइप करने से मुक्ति
- विभिन्न प्रकार के भुगतान की सविधा।
- रुपया मंगवाने क लिए रिक्वेस्ट भेजने द्वारा विकसित पेमेंट प्रणाली ।
- उपयोग करने में
- सुरक्षित और तेज।
उचित UPI Apps के नाम
- BHIM UPI
- Phonepe
- SBI Pay
- HDFC Bank Mobil Banking
- ICICI Pockets
- Axis Pay
- PNB UPI
- eMpower Canara Bank UPI
- Paytm App
- KayPay
- Yes Pay
- Airtel Payments Bank
- MobiKwik
AEPS (आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम
- AEPS एक आधार आधारित भुगतान प्रणाली है। जिसके द्वारा अंतर–वित्तीय बैंकिंग लेन– देन समावेशन आसानी से हो पाता है। इसे नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया (NPCI) ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI ) तथा सदस्य बैंको कि सलाह से विकसित किया है, जिसका उद्देश्य बैंकिंग से वंचित क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाएं मुहैया करना है। इस सिस्टम के द्वारा लेन–देन बहुत आसान हो गया है। अब ग्राहको को पैसा निकालने के लिए और जमा कराने के लिए बैंक जाने की जरूरत नहीं है और न ही उन्हें बैंक पासबुक/डेबिट कार्ड आदि साथ रखने का झंझट है। केवल आधार नंबर से उनके बेसिक बैंकिंग काम घर या घर के नजदीक ही पूरे हो जाते हैं। जिन क्षेत्रों मैं बैंक शाखाएँ नहीं होती हैं। उन क्षेत्रोंके लोगों के लिए AEPS एक वरदान साबित हुआ है।, क्योंकि अब बैंक इनके पास ही आ गए हैं। इन्हें बैंक जाने की कोई जरूरत नहीं है।
- आधार कार्ड इस भुगतान प्रणाली का केंद्र- बिंदु है क्योंकि यह पुरी भुगतान प्रणाली केवल आधार कार्ड पर निर्भर है। आधार कार्ड एक विशिष्ट पहचान -पत्र है , जिसमें व्यक्ति की अन्य जानकारी के साथ अंगुलियों के निशान तथा आंख की पुतली का फोटो मौजूद रहता है। इस जानकारी को बायोमौट्रिक डेटा कहते है।जब AEPS से लेन-देन होता है तो ग्राहक आवश्यके अविवरण दर्ज करने के बाद इसकी पुष्टि फिंगरप्रिंट या आंख की पुतली से करता है । इस डेटा का मिलना भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के डेटा सेंटर्स में मौजूद डेटा से होता हैं। यदि डेटा मिल जाता हैं।तो लेन -देन पूरा हो जाता है अन्यथा असफल हो जाता है। इसलिए यह प्रणाली 100% सुरक्षित साबित हुई है।