फ्यूचर स्किल्स एक इंडस्ट्री यूटिलिटी है जो भारत में अपने स्किल्स को बढ़ाने एवं उभरते टेक्नोलॉजी मैं अपने टैलेंट के लिए एक वैशिवक केंद्र (ग्लोबल. हब) बनाने मैं मदद करता है। फ्यूचर स्किल IT ITes इंडस्ट्री के लिए एक रिसोर्स है जो खोज निरंतर सीखने और गहन कौशल को नौ (9) उभरते टेक्नाँलाजिऔ मैं सक्षम करता है। इस पहल के लिए 9 स्किल शामिल हैं और वे है इंटरनेट ऑफ थिंग्स, बिग डाटा एनालीटिक्स, क्लाउड कंप्यूटिंग वर्चुअल ,रियलिटी ,आर्टिफिशियल, इंटेलिजेंस, सोशल ,एंड मोबाइल ,ब्लाकचैन, टेक्नोलॉजी, 3डी प्रिंटिंग/एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, रोबोट,प्रोसेस,ऑटोमेशन।
Industry 4.0: इंडस्ट्री 4.0
4 .0उद्योग 4.0 एक नए औद्योगिक टेक्नोलॉजी युग को संदर्भित करता है जो वर्तमान प्रणालियों, सेंसर मशीनों और वर्कलोड को बादल रहा है। चौथी औद्योगिक क्रांति वाक्यांश पहली बार Klaus Schwab ने 2015 में विदेशी मामलों लेख में पेस किया था। पहली औद्योगिक क्रांति की शुरुआत 18 वी शताब्दी में दूसरी औद्योगिक क्रांति की 19 वि शताब्दी में तीसरी औद्योगिक क्रांति की शुरुआत 19 वि शताब्दी में हुई और अब हम चौथी औद्योगिक क्रांति (उद्योग 4.0) का समना कर रहे हैं। चौथी औद्योगिक क्रांति मूल रूप से पिछले तीन से अलग हैं, जो मुख्य रूप से प्रौद्योगिकी(टेक्नोलॉजी) मैं प्रगति की विशेषता। इस क्रांति में, प्रौद्योगिकियो में अरबो लोगों को वेब से जोड़ने के लिए जारी रखना की काफी संभावना है। व्यापार और संगठनों कि दक्षता मैं काफी सुधार और बेहतर सपत्ति प्रबंधन के माध्यम से प्राकृतिक वातावरण को फिर से बनाने में मदद करता है
प्रथम औद्योगिक क्रांति(उद्योग 1.0)_
सबसे पहली औद्योगिक क्रांति यूरोप और उत्तरी अमेरिका में 18 वि शताब्दी से 19वि शताब्दी तक थी । यह एक ऐसा समय था जब ज्यादातर कृषि पर आधारित समाज एवं ग्रामीण समाज का औद्योगिकरण और शहरीकरण हो गया था। लोहा और कपड़ा उद्योग भाप इंजन के विकास के साथ औद्योगिक क्रांति में मुख्य भूमिकानिभाई।
दूसरी औद्योगिक क्रांति(उद्योग 2.0)
दूसरी औद्योगिक क्रांति प्रथम विश्व युद्ध के पहले 1890 और 1914 के बिच थी । यह पहले से मौजूद उद्योगों और स्टील तेल और बिजली जसे नए उद्योगों की विस्तार और बड़े पैमाने पर उत्पादन करने के लिए विद्युत शक्ति का उपयोग करने के लिए विकास की एक अवधि थी। इस अवधि के दौरान प्रमुख तकनीकी विकासों में टेलीफोन, लाइट बल्ब फोनोग्राफ और आंतरिक दहन इंजन शामिल थे।
तीसरी औद्योगिक क्रांति(उद्योग 3.0)
तीसरी औद्योगिक क्रांति या डिजिटल क्रांति आज एनालाँग इलेक्ट्रॉनिक और यांत्रिक (मैकेनिकल) उपकरणों से डिजिटल मैं टेक्नोलॉजी के प्रगति को संदर्भित करता है।यह युग 1969 के दशक के दौरान शुरू हआ और जारी है। तृतीय औद्योगिक क्रांति दौरान प्रगति में पर्सनल कंप्यूटर इंटरनेट और सूचना और संचार प्रौद्योगिक (आईसीटी) शामिल हैं। इंटरनेट ऑफ थिंग्स भौतिक उपकरणों और रोजमर्रा की वस्तुओं में इंटरनेट कनेक्टिविटी का विस्तार है। इलेक्ट्रॉनिक्स इंटरनेट कनेक्टिविटी और हार्डवेयर के अन्य रूपों के साथ एंबेडेड ये डिवाइस इंटरनेट पर दूसरों के साथ संवाद और बातचीत कर सकते हैं और उन्हें दूरस उन्हें दूर से निगरानी और नियंत्रित भी किया जा सकता है।
उदाहरण के लिए
यदि आपके पास LOT आधारित रेफ्रिजरेटर है, तो यह आपको पहले से ही आपके स्वास्थ्य की निगरानी करके आपके आहार के बारे मे बताएगा और आपको उपलब्ध खाद्य पदार्थों के साथ सर्वोत्तम भजन का सुझाव देगा। कई तकनीकों रियल—टाइम एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग कमोडिटी सेंसर और एम्बेडेड सिस्टम के जंक्शन के कारण इंटरनेट का थिंग्स की परिभाषा विकसित हुई है। एम्बेडेड सिस्टम के पारंपरिक क्षेत्र, वायरलेस सेंसर सेंसर नेटवर्क नियंत्रण प्रणाली स्वचालन (घर और भवन स्वचालन साहित) और अन्य सभी इंटरनेट ऑफ थिंग्स को सक्षम करने में योगदान करते हैं उपभोक्ता बाजार में LoT तकनीक स्मार्ट होम की अवधारणा से संबंधित उत्पादों के साथ सबसे अधिक पर्याय है, उपकरणों (जैसे लाइटिंग फिक्सचर थर्मोस्टेट, ग्रह सुरक्षा प्रणाली और कैमरे और अन्य घरेलू उपकरणों) को कवर करना जो एक या एक से अधिक सामान्य पारिस्थितिक तंत्रो का समर्थन करते हैं और उस पारिस्थितिक तंत्र से जुड़े उपकरणों के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है जैसेक स्मार्टफोन और स्मार्ट स्पीकर।
कंज्यूमर (उपभोक्ता ) एप्लीकेशंस
LoT डिवाइस होम ऑटोमेशन की बड़ी अवधारणा का एक हिस्सा है, जिसमें प्रकाश व्यवस्था हीटिंग और और कंडीशनिंग मीडिया और सुरक्षा प्रणालियों शामिल होती है। दीर्घकाली लाभ में रोशनी और इलेक्ट्रॉनिक को स्वचालित रूप से बंद करना सुनिश्चित कर ऊर्जा बचत कर सकते हैं। स्मार्ट होम या ऑटोमेटेड होम एक प्लेटफॉर्म या हब पर आधारित हो सकता है जो स्मार्ट डिवाइसो और उपकरणों करता है।
काॅमर्शियल एप्लिकेशन्स
इंटरनेट 🛜 ऑफ मेडिकल थिंग्स चिकित्सा और स्वास्थ्य संबंधी उद्देश्यों रिसर्च के लिए डाटा संग्रह एवं एनालिसिस और मॉनिटरिंग करने के लिए loT का एक एप्लीकेशन है। loT उपकरणों का उपयोग विभिन्न प्रकार के भावनो मैं उपयोग किया जाने वाले मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम की निगरानी और नियंत्रण के लिए किया जा सकता है और दूरस्थ स्वास्थ्य निगरानी और आपातकालीन दिवालियापन प्रणालियों को भी सक्षम बनाता है। ये हेल्थ मॉनिटोरीग डिवाइसेस (स्वास्थ्य निगरानी उपकरण) रक्तचाप और हृदय गति के मॉनिटर से लेकर उन्नत उपकरणों की निगरानी करने में सक्षम हो सकते हैं, जैसे पेसमेकर, फिटबिट इलेक्ट्रॉनिक रिस्टबैड ,या अधिक सुनने वाले उपकरण।
इंडस्ट्रियल(औद्योगिक) एप्लीकेशंस
loT नए व्यापार और बाजार के अवसररो को निर्माण के लिए अवसर प्रधान करता है। नेटवर्क नियंत्रण और निर्माण उपकरण संपत्ति और स्थिति प्रबंधन या निर्माण प्रक्रिया का प्रबंधन loT को औद्योगिक अनुप्रयोगो और स्मार्ट निर्माण की क्षेत्र में भी लाता है।loT इंटेलिजेंट सिस्टम नए प्रोडक्ट उत्पादों की मांगों के लिए गतिशील प्रति क्रिया मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्शन के वस्तविक (रियल टाइम ऑप्टिमाइजेशन) सप्लाई चैन नेटवर्क एवं नेटवर्किंग मशीनरी तथा सेंसर्स और कंट्रोल सिस्टम के साथ तेजी से उत्पादन में मदद करता है।
इंफ्रास्ट्रक्चर एप्लीकेशन
बुनियादी ढांचे के विकास की निगरानी के लिए loT एक प्रमुख उपकरण है, जो किसी भी इवेंट या संरचनात्मक परिस्थितियों में परिवर्तन के लिए उपयोग किया जा सकता है जो रिस्क(जोखिम) को बढ़ा एवं सुरक्षा के लिए समझौतकर सकता है। loT कंस्टक्शन इंडस्ट्री को कॉस्ट सेविंग टाइम रिडक्शन बैटर क्वालिटी वर्कडे पेपरलेस वर्कफ्लो और उत्पादकता में वृद्धि से लाभान्वित कर सकता है।
एनहैंस्ड डेटा कलेक्शन
जितनी ही अधिक जानकारी हो, तो सही डिसीजन लेना उतना ही आसान होता है। चुंकी मॉडर्न डेटा कलेक्शन पैसिव युज के लिए अपने इमिटेशन एवं डिजाइन के कारण सफर (गस्त) करता है, इसलिए loT उन स्पेस एवं प्लेस को ब्रेक करता है जहाँ मानव वास्तव में दुनिया के विश्लेषण के लिए जाना चाहते हैं।
कम्युनिकेशन loT
सिस्टम फूल ट्रांस्परेन्सी को एलाउ एवं मशीन टू मशीन ( एम टू एम ) कम्युनिकेशन को बढ़ाता है। इसी कारण, फिजिकल डिवाइस अधिक एफिशिएंसी ( दक्षता) एवं उच्च गुणवत्ता के लिए एक —दुसरे के साथ टच में रहते हैं।
एफिशिएंट और सेव टाइम
मशीन टू मशीन इंटरैक्शन बैटर एफिशिएंसी( बेहतर दक्षता) प्रदान करता है, इसलिए सटीक परिणाम तेजी से प्राप्त किए जा सकते हैं। इससे बहुमूल्य समय की बचत होती है। हर दिन समान कार्यो दोहराने के बजाय, यह लोगों को अन्य रचनात्मक कार्य करने में सक्षम बनाता है।
मनी (धन )
फिनेंसिअल एस्पेक्टस ( विनती पहलू) सबसे अच्छा लाभ है। तकनीक उन मनुष्यों की जगह ले सकती है जो स्प्लाइज ( आपूर्ति ) की निगरानी और रखरखाव के प्रभारी है।
रिडूज्ड वेस्ट
loT उन्नति के क्षेत्र को स्पष्ट करता है। loT संसाधनों की अधिक प्रभावी प्रबंधन के लिए वास्तविक दुनिया की जानकारी प्रदान करता है।
सिक्योरिटी(सुरक्षा)
olT नेटवर्क पर संचार करने वाले लगातार जुड़े उपकरणों का एक पारिस्थितिक तंत्र बनता है सिस्टम किसी भी सुरक्षा उपायों के बावजूद थोड़ा नियंत्रण प्रदान करता यह उपयोगकर्ताओं को विभिन्न प्रकार के हमलावरों के संपर्क में छोड़ देता है।
कम्पेटिबिलिटी (संगतता)
यहाँ सेंसर के साथ टैगिंग और मॉनिटरिंग (निगरानी) के लिए कोई मानक नहि । USB या ब्लूटूथ जैसी एक समान अवधारणा की आवश्यकता है जब की ऐसा करना मुश्किल नहीं चाहिए।
बिग डेटा एनालीटिक्स
बिग डाटा एनालिटिक्स में हम उत्तर की बात प्रस्तुति करते हैं। बड़े मात्रा मैं अलग-अलग स्रोतों से पूर्ण प्राप्त की गई अनस्ट्रक्चर्ड राँ डेटा जो ऑर्गेनाइजेशन के लिए उपयोगी होते हैं उसे परिवर्तित करने की प्रक्रिया बिग डाटा एनालिटिक्स का मूल आधार होती है। बिग डेटा रिपाॅजिटरी कई रूपों में मौजूद है़। जो अक्सर एक विशेष आवश्यकता के लिए कॉरपोरेशन द्वारा निर्मित होते हैं। ऑर्गेनाइजेशन उन डेटा को कैप्चर स्टोर एवं डेटा को एनालाइज करता है जिसमें हाई वॉल्यूम वेलोसिटी एवं वराईटी जो अलग-अलग स्रोतों से आते हैं जिसमें सोशल मीडिया मशीन्स , लॉन्ग, फाइल्स, वीडियो, टेक्स्ट, इमेज,आर, एफ़ आईडी़ जी पी़ एस़ , आदि होते हैं बिग डेटा एनालीटिक्स का मुख्य लक्ष्य संगठन को बेहतर व्यावसायिक निर्णय लेने, भविष्य की भाविष्यावाणी करने संगठन में किये गए लेन-देन की बड़ी संख्या का विश्लेषण करने और संगठन में किए जाने वाले डेटा के रूप को अपडेट करने में मदद करना है। उदाहरण के लिए— फ्लिपकार्ट, स्नैपडील जैसी बड़ी ऑनलाइन व्यापार वेबसाइट ग्राहक की जानकारी या व्यवहार को देखने के लिए फेसबुक या जीमेल डाटा को उपयोग करती है मैन्युफैक्चरिंग एप्लीकेशन के लिए बिग डेटा एनालिटिक्स को फाइव —सी आर्किटेक्चर ( कन्वेक्शन, है) कन्वर्जन,साइबर, काॅग्निशन एवं काॅन्फिगरेशन में मार्क किया गया है। फैक्टरी वर्क एवं साइबर फिजिकल सिस्टम में एक्सटेंडेड सिक्स सी आर्किटेक्चर दिया गया है।
- क्लाउड (कंप्यूटिंग एवं डाटा ऑन डिमांड )
- कनेक्शन (सेंसर एवं नेटवर्क)
- कस्टमाइजेशन (पर्सोनेलाइजेशन एवं वैल्यू)
- कंटेंट / काॅन्टेक्स्ट (मीनिंग एवं मेमोरी)
- साइबर (मॉडल एवं मेमोरी)
- कम्यूनिटी (शेयरिंग एवं कोलाॅबोरेशन)